क्या कोलकाता और बंगाल में अवैध प्रवासी बढ़ रहे हैं?

उन्होंने सीमावर्ती और जंगली इलाकों में जबरन जमीन खाली करने के लिए पेड़ों को काट दिया है और बसना शुरू कर दिया है। कोलकाता में बड़ी संख्या में अवैध प्रवासी आ गए हैं और कई लोगों का मानना ​​है कि वे सड़कों और फुटपाथों पर बस गए हैं।

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Sneha Singh
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Bengal and Kolkata

एएनएम न्यूज, ब्यूरो: क्या अंतरराष्ट्रीय सीमा पार से बंगाल और कोलकाता (Bengal and Kolkata) के सीमावर्ती इलाकों में अवैध प्रवासियों की आमद लगातार बढ़ रही है? केंद्रीय खुफिया एजेंसियों (central intelligence agencies) के मुताबिक, पिछले एक साल में सीमा पार से बड़े पैमाने पर अवैध अप्रवासियों की आमद हुई है। उन्होंने सीमावर्ती और जंगली इलाकों में जबरन जमीन खाली करने के लिए पेड़ों को काट दिया है और बसना शुरू कर दिया है। कोलकाता में बड़ी संख्या में अवैध प्रवासी आ गए हैं और कई लोगों का मानना ​​है कि वे सड़कों और फुटपाथों पर बस गए हैं।

सड़क पर रहने वाले बच्चों और आवारा लोगों के साथ काम करने वाले कई गैर सरकारी संगठनों के अनुसार, पिछले एक साल में कोलकाता की सड़कों पर अवैध रूप से रहने वालों और बेघरों की संख्या दोगुनी हो गई है। पूरे शहर में फुटपाथों (footpaths) पर चाय की दुकानें खुल गई हैं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ''पुलिस और केएमसी (police and KMC) उन्हें हटाने की स्थिति में नहीं हैं।''