स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: भारतीय जनता पार्टी के बारासात संगठनात्मक जिले के तत्वावधान में भारतीय संविधान के मुख्य निर्माता भारत रत्न डॉ. भीमराव रामजी अंबेडकर को श्रद्धांजलि देने के लिए एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में माननीय सांसद (लोकसभा) और त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री श्री बिप्लब कुमार देब भी मौजूद थे। अपने प्रभावशाली संबोधन में श्री देब ने सामाजिक अन्याय के खिलाफ डॉ. अंबेडकर की अथक लड़ाई और समानता, स्वतंत्रता और गरिमा पर आधारित संविधान को आकार देने में उनकी दूरदर्शी भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने आज के लोकतांत्रिक ढांचे में बाबासाहेब के आदर्शों की स्थायी प्रासंगिकता पर जोर दिया। अपने भाषण में मैंने हाशिए पर पड़े लोगों के लिए प्रतिरोध और सशक्तिकरण के प्रतीक के रूप में डॉ. अंबेडकर की विरासत पर प्रकाश डाला। अग्निमित्रा पाल ने इस बात पर भी चिंता जताई कि ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल में संविधान का अपना संस्करण बनाने का प्रयास कर रही हैं। जो लोकतांत्रिक मानदंडों को खतरे में डालता है और आम लोगों के जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है। इस तरह की विकृतियाँ डॉ. अंबेडकर के दृष्टिकोण के बिल्कुल विपरीत हैं और इनका दृढ़ता से विरोध किया जाना चाहिए।