एएनएम न्यूज़, ब्यूरो: कथित तौर पर सीबीआई ने फर्जी जाति प्रमाण पत्र जारी करने से संबंधित एक मामले में अज्ञात सरकारी अधिकारियों और अन्य व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है, जिनका इस्तेमाल पिछले तीन वर्षों में पश्चिम बंगाल में मेडिकल प्रवेश के लिए किया गया था। जानकारी के मुताबिक एजेंसी ने इतिशा सोरेन बनाम भारत संघ मामले की सुनवाई के दौरान 24 जनवरी, 2024 को कलकत्ता हाई कोर्ट द्वारा जारी एक निर्देश के बाद प्राथमिकी दर्ज की है।
बात है कि इतिशा सोरेन, जो पिछले साल राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा में शामिल हुए थे, अनुसूचित जनजाति (ST) वर्ग से हैं। उसने दावा किया है कि उसे एक सरकारी मेडिकल कॉलेज में सीट देने से इनकार कर दिया गया था, हालांकि अन्य लोगों ने फर्जी एसटी प्रमाण पत्र दिखाकर इसे हासिल किया था।