चित्तरंजन रेल प्रबंधन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में शहर की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर की बात, पॉकेट गेट होंगे बन्द

आरपीएफ ने संदिग्ध मोबाइल फोन कॉल की पहचान के लिए सीडीआर मशीन समेत इलाके की सुरक्षा के लिये आधुनिक तकनीक का उपयोग कर रही है और दो आधुनिक मोबाइल वाहन 24 घण्टे क्षेत्र की सुरक्षा में तैनात है।

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Kalyani Mandal
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राहुल तिवारी, एएनएम न्यूज़ : चित्तरंजन रेल इंजन कारखाना प्रबंधन ने सोमवार चिरेका प्रशासनिक भवन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कारखाना एवं शहर की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कई विषयों पर चर्चा की, साथी ही बताया कि शहर की सुरक्षा व्यवस्था को बनाये रखने के लिये सभी1पॉकेट1गेट को बन्द कर दिया जायेगा। चित्तरंजन में प्रवेश एवं निकाशी के लिये गेट 1, 2, 3 ही खुले रहेंगे।

 प्रेस कॉन्फ्रेंस में चित्तरंजन रेल इंजन कारखाना के वरिष्ठ उपमहाप्रबंधक प्रमोद क्षत्रीय ने कहा कि पिछले साल 3 फरवरी 2023 को केंद्रीय गृह मंत्रालय से चित्तरंजन शहर की सुरक्षा को लेकर एक विशेष दिशानिर्देश चिरेका प्रशासन के पास आया था। रिपोर्ट में पश्चिम बंगाल एवं झारखंड सीमा से अंतरराज्यीय अपराध सक्रियता का गृह मंत्रालय ने जिक्र किया था और झारखंड के जामताड़ा, दुमका, धनबाद जिले में अपराधियों की बढ़ती गतिविधियों के कारण क्षेत्र में भी आपराधिक गतिविधियों बढ़ने की आशंका जताई थी। जिसके बाद सुरक्षा को ध्यान में रख शहर से लगे सभी पॉकेट गेट को बंद करने का निर्णय लिया गया है। पत्रकारो द्वारा नामोकेसिया पॉकेट गेट बंद होने के बाद क्षेत्र के लोगों को चित्तरंजन में प्रवेश के लिए करीब सात किलोमीटर घूम कर आना होगा, जिससे स्थानीय लोगो को परेशानी होगी। इस बिषय पर पूछने पर रेल प्रबंधक ने कहा कि विषय पर विचार किया जायेगा। लेकिन तत्काल पॉकेट गेट को बन्द कर दिया जायेगा। शहर एवं कारखाना की सुरक्षा व्यवस्था बनाये रखने के लिए पॉकेट गेट को बन्द किया जा रहा है। लोगो को आवागमन में असुविधा ना हो इसके लिये चित्तरंजन रेलवे प्रशासन ने गेट नंबर 1 को पूर्ण रूप से खोल दिया गया है और चित्तरंजन रेलवे स्टेशन की ओर जाने वाली सड़क के किनारे स्थित दुकानदारों से थोड़ा पीछे हटने की अपील की है जिससे यातयात में कोई असुविधा ना हो। वही प्रेस कॉन्फ्रेंस में उपस्थित चित्तरंजन आरपीएफ के सहायक सुरक्षा आयुक्त सोमनाथ चक्रवर्ती ने बताया कि रेलवे शहर की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए पॉकेट गेट बंद करने के अलावा पूरे शहर में सीसीटीवी कैमरे से कंट्रोल रूम से निगरानी की जा रही है। आरपीएफ ने संदिग्ध मोबाइल फोन कॉल की पहचान के लिए सीडीआर मशीन समेत इलाके की सुरक्षा के लिये आधुनिक तकनीक का उपयोग कर रही है और दो आधुनिक मोबाइल वाहन 24 घण्टे क्षेत्र की सुरक्षा में तैनात है। संवाददाता सम्मेलन में चिरेका उप महाप्रबंधक उत्तम कुमार माइती, चिरेका जनसंपर्क अधिकारी चित्रसेन मंडल उपस्थित थे।