एएनएम न्यूज़, ब्यूरो : पश्चिम बंगाल में करोड़ों रुपये के स्कूल नौकरी मामले (West Bengal school recruitment scam) की जांच कर रहे ईडी (ED) ने अपने आखिरी आरोपपत्र में कोलकाता (Kolkata) स्थित कुछ प्रतिष्ठित रियल एस्टेट कंपनियों के बारे में उल्लेख किया है। मामले का एक प्रमुख आरोपी सुजय कृष्ण भद्र ने घोटाले की आय को चैनलाइज़ किया था। सूत्रों के मुताबिक 28 जुलाई को कोलकाता में धन शोधन निवारण अधिनियम (Prevention of Money Laundering) की एक विशेष अदालत में दायर आरोप पत्र में, ईडी के अधिकारियों ने यह भी कहा है कि भद्र ने इन रियल एस्टेट कंपनियों (real estate companies) के साथ अपने नेटवर्क का इस्तेमाल कैसे किया।
इस महीने ही ईडी के अधिकारियों ने चार रियल एस्टेट विकास संस्थाओं के कार्यालयों पर छापेमारी और तलाशी अभियान चलाया और इस संबंध में महत्वपूर्ण दस्तावेज हासिल किए। दोनों कंपनियां, जहां भद्र प्रमुख शेयरधारक हैं, मार्च 2020 में शुरू की गई थीं, जब देश में कोविड-19 के मद्देनजर लॉकडाउन लागू था। जानकारी के मुताबिक पहले दोनों कंपनियां, जहां भद्र प्रमुख शेयरधारक था, इन रियल एस्टेट विकास एजेंसियों के साथ तथाकथित उपकरण आपूर्ति समझौते में प्रवेश करती हैं और बदले में उनसे बड़ी रकम प्राप्त करती हैं। फिर पैसे को उस उपकरण आपूर्ति के भुगतान के रूप में खातों की किताबों में दिखाया गया।