10 मांगों को लेकर धर्मतल्ला में डटे हैं जूनियर डॉक्टर

बंगाल में जूनियर डॉक्टरों ने अपनी 10 सूत्री मांग को सामने रखते हुए राज्य सरकार को 24 घंटे की समय सीमा तय की है।

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Ankita Kumari Jaiswara
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7 JUNIOUR

स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: पश्चिम बंगाल में जूनियर डॉक्टरों ने अपनी 10 सूत्री मांग को सामने रखते हुए राज्य सरकार को 24 घंटे की समय सीमा तय की है। जूनियर डॉक्टरों ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर 24 घंटे के अंदर सरकार ने मांग नहीं मानी तो वे भूख हड़ताल शुरु कर देंगे। 

10 सूत्री मांगें

  • आरजी कर अस्पताल की पीड़िता को शीघ्र न्याय मिले।
  • स्वास्थ्य विभाग प्रशासनिक अक्षमता व भ्रष्टाचार की जिम्मेदारी लेते हुए स्वास्थ्य सचिव को तुरंत पद से हटाये।
  • राज्य के सभी अस्पतालों व मेडिकल कॉलेजों में एक केंद्रीकृत रेफरल प्रणाली तुरंत लागू की जाये।
  • प्रत्येक मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में डिजिटल रेफरल सिस्टम स्थापित हो, ताकि खाली बेड की जानकारी मिल सके।
  • सभी सरकारी अस्पतालों में सीसीटीवी, ऑन-कॉल रूम और बाथरूम की आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए जूनियर डॉक्टरों के निर्वाचित प्रतिनिधित्व के साथ प्रत्येक कॉलेज पर आधारित टास्क फोर्स का गठन किया जाये।
  • अस्पतालों की सुरक्षा बढ़ायी जाये, स्थायी महिला पुलिसकर्मियों की नियुक्ति होअस्पतालों में डॉक्टरों, नर्सों व स्वास्थ्यकर्मियों के सभी रिक्त पदों पर तत्काल नियुक्ति हो।
  • ”थ्रेट कल्चर” यानी छात्रों को धमकाने वाले गिरोहों को चिह्नित कर उन्हें दंडित करने के लिए हर मेडिकल कॉलेज में जांच समितियां स्थापित की जायें।
  • राज्य स्तर पर भी एक जांच समिति बनायी जायेहर मेडिकल कॉलेज में छात्र परिषदों का चुनाव तुरंत कराया जाये।
  • मेडिकल कॉलेजों को आरडीए यानी पैनिक बटन की व्यवस्था हो। मेडिकल कॉलेजों का प्रबंधन करने वालीं सभी समितियों में छात्रों और जूनियर डॉक्टरों के निर्वाचित प्रतिनिधि को शामिल किया जायेवेस्ट बंगाल मेडिकल काउंसिल में व्याप्त भ्रष्टाचार व अराजकता की तुरंत जांच करायी जाये।