स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: आरजी कर मामले में सीबीआई की चार्जशीट पर भरोसा नहीं। जूनियर डॉक्टरों का राजभवन अभियान शुरू। नागरिक समाज भी इसके साथ है। तृणमूल नेता कुणाल घोष ने इस पर कटाक्ष किया।
कुणाल घोष लिखते हैं, जिस राज्यपाल पर महिलाओं के खिलाफ बलात्कार के कई आरोप हैं, वे कहते हैं कि नए नाटक के साथ राजभवन जाने वाले जूनियर डॉक्टरों के न्याय का क्या होगा? यह जानते हुए भी कि जो लोग तस्वीरें खिंचवाने की अराजक राजनीति कर रहे हैं, उनका असली इरादा अशांति फैलाना है। कुछ दिन पहले हम सीबीआई चाहते थे और आज उस पर भरोसा नहीं है, यह कैसे चल सकता है?
इससे पहले इस नेता ने लिखा था, संजय राय को कोलकाता पुलिस ने गिरफ्तार किया है। सीबीआई ने बलात्कार और हत्या के मुख्य मामले में उन पर आरोप लगाया है। जांच जारी है। लेकिन डॉक्टरों का एक वर्ग और कुछ राजनीतिक दल यह कहकर आलोचनाओं के घेरे में आ गए हैं कि 'संजय अकेले नहीं हैं', जबकि जांच अभी भी जारी है। सवाल यह है कि संजय से ध्यान कौन हटाना चाहता है? संजय को कौन छुपा रहा है और 'एकमात्र अपराधी नहीं' को सार्वजनिक करने की व्यवस्था कौन कर रहा है, किस हित के लिए? जो लोग सीबीआई की मांग पर नाच रहे थे, वे अब सीबीआई की पहली चार्जशीट को स्वीकार करने को क्यों तैयार नहीं हैं?