बंगाल में कश्मीर मांगे आजादी का नारा! लाल मुखौटे के पीछे कौन?

कोलकाता ही नहीं बल्कि रविवार को पश्चिम मेदिनीपुर के डेबरा में भी उस आंदोलन की चिंगारी महसूस की गई। मुख्यमंत्री और सरकार के साथ बैठक के बाद भी राज्य के मेडिकल कॉलेजों में यही हो रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि उन्हें सुरक्षा नहीं मिल रही है।

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Jagganath Mondal
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एएनएम न्यूज़, ब्यूरो: आरजी कर मामले को लेकर बांग्ला में उथल-पुथल मची हुई है। तिलत्तमा को न्याय दिलाने की मांग को लेकर हर वर्ग के लोग सड़कों पर उतर रहे हैं। जैसे-जैसे दिन बीत रहे हैं, आंदोलन तेज होता जा रहा है। रविवार रात को जूनियर डॉक्टरों ने फिर मशाल लेकर मार्च निकाला। कोलकाता ही नहीं बल्कि रविवार को पश्चिम मेदिनीपुर के डेबरा में भी उस आंदोलन की चिंगारी महसूस की गई। मुख्यमंत्री और सरकार के साथ बैठक के बाद भी राज्य के मेडिकल कॉलेजों में यही हो रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि उन्हें सुरक्षा नहीं मिल रही है। सोमवार यानी आज सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई पर सबकी नजर है। इन्हीं के बीच तृणमूल नेता कुणाल घोष ने रविवार रात एक ट्वीट किया। जिसे लेकर बंगाल में फिर से शोर शुरू हो गया है।

कुणाल घोष ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, "आरजी कर का न्याय के लिए 'कश्मीर मांगे आजादी' के नारों के साथ विरोध प्रदर्शन!!!! जादवपुर में ये लोग कौन हैं???? उनका उद्देश्य क्या है? क्या जूनियर डॉक्टर 'आजाद कश्मीर' के निवासियों को छोड़कर मरीजों को नहीं देखते??? तिलोत्तमा जस्टिस पाक, हम सभी चाहते हैं। लेकिन लाल चेहरे और नकाब के पीछे की अराजकता को रोकना होगा।"