एएनएम न्यूज़, ब्यूरो : पश्चिम बंगाल (West Bengal) स्कूल शिक्षक भर्ती घोटाले (WB Teacher recruitment scam) के सिलसिले में ED ने कथित तर पर 15 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त करने की घोषणा की है। एक अन्य व्यक्ति के साथ TMC के निष्कासित युवा विंग के नेता कुंतल घोष और शांतनु बनर्जी मनी लॉन्ड्रिंग जांच में मुख्य आरोपी हैं। ईडी के अनुसार कुर्क की गई संपत्तियों में बैंक खाते, शेयर, म्यूचुअल फंड, आवासीय फ्लैट और जमीन शामिल हैं। सूत्रों के मुताबिक इन संपत्तियों को धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत अस्थायी रूप से कुर्क किया गया है और कुर्क की गई संपत्तियों की कुल कीमत 15.03 करोड़ रुपये आंकी गई है। इस मामले में ईडी द्वारा गिरफ्तारी के बाद पार्थ चटर्जी को टीएमसी ने भी निलंबित कर दिया है। इसके अलावा, दो अन्य आरोपियों, सौविक भट्टाचार्य और सतरूपा भट्टाचार्य को ईडी द्वारा उनके खिलाफ आरोप पत्र दायर करने के बाद कोलकाता की एक विशेष अदालत ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
ईडी का आरोप है कि आरोपीयों और अयान सिल ने प्राथमिक शिक्षक पदों (School) के लिए इच्छुक उम्मीदवारों से धन की अवैध वसूली में एजेंट के रूप में काम किया। अयान सिल को शांतनु बनर्जी का सहयोगी बताया जाता है। घोष और बनर्जी के अलावा, मामले में कई अन्य प्रमुख हस्तियों को गिरफ्तार किया गया है। हिरासत में लिए गए लोगों में पूर्व टीएमसी नेता और पश्चिम बंगाल के शिक्षा ((Education) मंत्री पार्थ चटर्जी, उनकी कथित सहयोगी अर्पिता मुखर्जी, टीएमसी विधायक माणिक भट्टाचार्य और टीएमसी नेतृत्व के करीबी माने जाने वाले सुजय कृष्ण भद्र शामिल हैं।