बंगाल के नेता की शोर-शराबे वाली टिप्पणियाँ - क्या आप जानते हैं कि यह टिप्पणी किसने की?

तथागत रॉय ने  एक आलोचक को जवाब देते हुए यह टिप्पणी की कि, "बिल्कुल वास्तविक। सभी में सीपीएम का योगदान है। 'रसुन संध्या' यानी 'रवींद्र-सुकांत-नजरुल संध्या' लाल काल के दौरान एक नियमित कार्यक्रम बन गया।" उनकी इस टिप्पणी को लेकर हंगामा शुरू हो गया

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Kalyani Mandal
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स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: तथागत राय को सोशल मीडिया पर दोहराया जाता है। बिना रुके उन्होंने एक बेवकूफी भरी टिप्पणी कर दी। अब उन्होंने एक बार फिर ट्वीट कर शोर मचाया है। 

तथागत रॉय ने  एक आलोचक को जवाब देते हुए यह टिप्पणी की कि, "बिल्कुल वास्तविक। सभी में सीपीएम का योगदान है। 'रसुन संध्या' यानी 'रवींद्र-सुकांत-नजरुल संध्या' लाल काल के दौरान एक नियमित कार्यक्रम बन गया।" उनकी इस टिप्पणी को लेकर हंगामा शुरू हो गया है।