'मां, माटी, मानुष' की लड़ाई में मछली की एंट्री

बंगाल में मछलियां सिर्फ खान-पान से संबंधित नहीं हैं बल्कि बंगालियों की एक बड़ी संख्या ऐसी है, जिनके जीने का एक तरीका है।

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Ankita Kumari Jaiswara
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MAMATA BANERJEE
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स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़ : मोहन बागान के 'चिंगरी' और ईस्ट बंगाल के 'इलिश' (हिलसा) पूरे देश में फेमस हैं। बंगाल में मछलियां सिर्फ खान-पान से संबंधित नहीं हैं बल्कि बंगालियों की एक बड़ी संख्या ऐसी है, जिनके जीने का एक तरीका है। अब इस चुनावी मौसम में तृणमूल कांग्रेस इन मछलियों को बीजेपी के गले की हड्डी बनाने में जुट गई है। तृणमूल के 'मां-माटी-मानुष' नारे में एक और एम जुड़ गया है, यह है माछ (मछली)। मछली को टीएमसी बीजेपी के खिलाफ चुनाव में यूज करने लगी है। ऐसा तब हुआ जब पिछले हफ़्ते प्रधानमंत्री मोदी ने आरजेडी नेता तेजस्वी यादव पर नवरात्रि के दौरान मछली खाने के लिए कटाक्ष किया।