पूर्व मुख्य सूचना आयुक्त के मानवाधिकार आयोग के सदस्य के रूप में शामिल होने की संभावना?

राज्य के पूर्व पुलिस महानिदेशक मुखर्जी दस वर्षों तक दो बार मानवाधिकार आयोग के सदस्य रहे हैं। वह राज्य मानवाधिकार आयोग के कार्यवाहक अध्यक्ष भी थे।

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Sneha Singh
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एएनएम न्यूज़, ब्यूरो: क्या पूर्व मुख्य सचिव (former Chief Secretary) बन रहे हैं राज्य मानवाधिकार आयोग के अगले सदस्य ? पश्चिम बंगाल सरकार (West Bengal government) के करीबी सूत्रों की माने तो इस महीने के अंत में निवर्तमान नपराजीत मुखर्जी (Naparajit Mukherjee) के सेवानिवृत्त होने के बाद इस पद के लिए बनर्जी पर विचार किए जाने की संभावना है। राज्य के पूर्व पुलिस महानिदेशक मुखर्जी दस वर्षों तक दो बार मानवाधिकार आयोग के सदस्य रहे हैं। वह राज्य मानवाधिकार आयोग के कार्यवाहक अध्यक्ष भी थे। पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्य निर्वाचन अधिकारी, जो आगे चलकर राज्य के मुख्य सचिव बने, बनर्जी सत्तारूढ़ दल के करीबी माने जाते हैं। मुख्य सूचना आयुक्त के पद से सेवानिवृत्ति के बाद उन्हें फिर से नियुक्त किया गया था और उनका कार्यकाल समाप्त होने के बाद, सूत्रों ने संकेत दिया कि उन्हें इस पद के लिए नामांकित किया जा रहा है। सूत्रों ने यह भी बताया कि बासुदेब ने अपने करीबी विश्वासपात्रों को बताया कि उनके राज्य मानवाधिकार आयोग के सदस्य के रूप में शामिल होने की सबसे अधिक संभावना है।