रेल फाटक हटाने का फैसला ! खोल कीर्तन के साथ विरोध प्रदर्शन

रेलवे अधिकारियों ने इसे अंडर-बाईपास बनाने का फैसला किया। लेकिन ऐसा करने के बजाय शालबनी में अंडर-बाईपास बना दिया गया। इसके बाद रेलवे अधिकारियों ने रेल फाटक हटाने का फैसला किया। नतीजतन, आम लोग नाराज हो गए।

author-image
Jagganath Mondal
New Update
Protest with Khol Kirtan on the decision to remove the railway gate in Salboni

Protest with Khol Kirtan on the decision to remove the railway gate in Salboni

एएनएम न्यूज़, ब्यूरो : पश्चिम मिदनापुर जिले के शालबनी में मुंडलकुपी रेल फाटक दशकों से है। यह गांव वालों के लिए आवागमन का साधन है। लेकिन कुछ साल पहले रेलवे अधिकारियों ने इसे अंडर-बाईपास बनाने का फैसला किया। लेकिन ऐसा करने के बजाय शालबनी में अंडर-बाईपास बना दिया गया। इसके बाद रेलवे अधिकारियों ने रेल फाटक हटाने का फैसला किया। नतीजतन, आम लोग नाराज हो गए।

इलाके के आम लोगों की शिकायत है कि रेलवे अधिकारी रात के अंधेरे में बिना किसी को बताए इस गेट को हटाने की कोशिश कर रहे हैं। अगर गेट हटा दिया गया तो आम लोग कैसे यात्रा करेंगे? जब वे इस सवाल को लेकर अधिकारियों के पास जाते हैं तो वे चुप हो जाते हैं। नतीजतन, रेलवे गेट हटाने आए रेलवे कर्मचारियों और अधिकारियों के साथ ग्रामीणों की बहस हो जाती है।

उन्होंने रेलवे गेट के सामने खोल कीर्तन के साथ रेलवे अधिकारियों के समक्ष विरोध जताया। उनकी मांग थी कि रेल फाटक को बरकरार रखा जाए या फिर अंडरपास बनाया जाए। अन्यथा इलाके के लोग यात्रा नहीं कर पाएंगे। स्वाभाविक रूप से इस आंदोलन के कारण रेलवे सेवाएं बाधित हुईं।