स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: संदीप घोष अपील कर युवा डॉक्टर की हत्या की घटना को दबाना चाहते थे। हत्या की बात सामने आते ही संदीप घोष ने हत्या को दबाने के लिए कई फोन किये। तत्कालीन ताला थाना ओसी ने भी घटना पर पर्दा डालने का प्रयास किया। उन्होंने इस कारण से कई स्थानों पर फोन किया। सियालदह कोर्ट में सीबीआई वकील ने यह दावा किया है।
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, संदीप घोष और अभिजीत मंडल की कॉल डिटेल सीबीआई के सामने आ चुकी है। पता चला है कि वहां से कई विस्फोटक जानकारियां सामने आई हैं। इस दिन सीबीआई ने संदीप घोष और अभिजीत मंडल की जेल हिरासत के लिए आवेदन किया था। दूसरी तरफ, टीएमसीपी नेता आशीष पांडे को आरजी ने भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किया था। आशीष पांडे को आरजी संदीप घोष का करीबी माना जाता था। लेकिन आशीष पांडे की तरक्की और उन पर लगे आरोपों को सुनकर आप चौंक जाएंगे। पता चला है कि आशीष पांडे 9 अगस्त को उस सेमिनार हॉल में मौजूद था, जहां युवा डॉक्टर का शव मिला था।