एएनएम न्यूज़, ब्यूरो: "राज्यपाल यह घोषणा क्यों नहीं कर रहे हैं कि इस राज्य में संवैधानिक ढांचा ध्वस्त हो गया है? अगर जांचकर्ता मारे जाएंगे, तो जांच कैसे होगी?" जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय ने यह टिप्पणी संदेशखाली घटना के बाद सुबह की है। रात में वह सॉल्ट लेक के एक निजी अस्पताल में घायल ईडी अधिकारियों को देखने पहुंचे और फिर से अपना गुस्सा जाहिर किया। उन्होंने कहा, "पुलिस पर भरोसा है। पुलिस प्रबंधन पर भरोसा नहीं है। पुलिस को पूरी तरह से निष्क्रिय रखा जा रहा है। अगर पुलिस को काम करने दिया जाए तो बदमाशों को आसानी से उड़ाया जा सकता है।" न्यायमूर्ति अभिजीत गंगोपाध्याय ने मांग की, "मुझे उम्मीद है कि शेख शाहजहां आधी रात तक ईडी कार्यालय में उपस्थित होंगे।"