एएनएम न्यूज़, ब्यूरो: शेख हसीना के बांग्लादेश से भाग जाने के बाद बांग्लादेशियों ने खुद को स्वतंत्र घोषित कर दिया। अंतरिम सरकार बनने के बावजूद अराजक बांग्लादेश में हालात शांत नहीं हुए हैं। इस बीच सोनार बांग्लादेश की दयनीय स्थिति सामने आई है। कहीं मुजीबुर की मूर्ति तोड़ी गई है तो कहीं रवींद्रनाथ टैगोर की मूर्ति। कई जगहों पर लूटपाट की जा रही है और खुलेआम डकैती हो रही है। अल्पसंख्यकों के घर जलाए जा रहे हैं और मंदिरों से लेकर दरगाहों तक हर जगह आग लगाई जा रही है। कट्टरपंथियों के एक समूह पर सांप्रदायिक हमलों का आरोप है। समाजसेवी ईश्वरचंद्र विद्यासागर भी धार्मिक लोगों के हाथों से नहीं बच पाए।
यहां तक कि दोनों देशों की राष्ट्रीय संपत्ति लालन फकीर को भी नहीं बख्शा गया। वर्ण परिचय का पाठ पढ़ाने वाले विद्यासागर की मूर्ति को भी इस बार ध्वस्त कर दिया गया।