एएनएम न्यूज़, ब्यूरो: ममता बनर्जी ने भाजपा की चुनौती का डटकर मुकाबला किया और देश की अग्रणी राजनेताओं में से एक बनकर उभरीं। हालांकि एग्जिट पोल में टीएमसी के लिए अच्छे प्रदर्शन की भविष्यवाणी नहीं की गई थी लेकिन ममता ने सभी बाधाओं को पार करते हुए 31 सीटों पर बढ़त हासिल कर ली। राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार, महिलाओं के लिए लक्ष्मी भंडार और मुस्लिम समुदाय के समर्थन ने उनकी पार्टी को चुनाव में मदद की। भाजपा ने 18 सीटों से 10 सीटों पर बढ़त हासिल की, जबकि टीएमसी ने 31 सीटों पर बढ़त हासिल की। जैसे-जैसे टीएमसी की सफलता फैलती गई, ममता को प्रधानमंत्री पद के लिए उम्मीदवार बनाने की मांग उठने लगी।