violence in panchayat elections : पंचायत चुनावों में हुई हिंसा के खिलाफ तीन राजनीतिक दल ने निकली संयुक्त विरोध रैली

सीपीआई (एम) के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम, वाम मोर्चा के अध्यक्ष बिमान बोस, अन्य वाम दलों के वरिष्ठ नेता और कांग्रेस और आईएसएफ के नेता उन 1000 लोगों में शामिल थे, जिन्होंने मौलाली के रामलीला मैदान से एस्प्लेनेड तक शुरू हुई रैली में हिस्सा लिया। 

author-image
Jagganath Mondal
New Update
3 party 1407

protest rally against violence in panchayat elections

एएनएम न्यूज़, ब्यूरो : पश्चिम बंगाल में हाल ही में हुए पंचायत चुनावों में हुई हिंसा (violence in panchayat elections) के विरोध में CPIM के नेतृत्व वाले वाम मोर्चा, कांग्रेस (Congress) और भारतीय धर्मनिरपेक्ष मोर्चा (ISF) ने गुरुवार को संयुक्त रूप से यहां एक रैली (joint protest rally) का आयोजन किया। सूत्रों के मुताबिक सीपीआई (एम) के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम, वाम मोर्चा के अध्यक्ष बिमान बोस, अन्य वाम दलों के वरिष्ठ नेता और कांग्रेस और आईएसएफ के नेता उन 1000 लोगों में शामिल थे, जिन्होंने मौलाली के रामलीला मैदान से एस्प्लेनेड तक शुरू हुई रैली में हिस्सा लिया। 

सीपीआई (एम) के मोहम्मद सलीम ने मीडिया को बताया कि, "राज्य चुनाव आयोग (SEC) के सक्रिय समर्थन से टीएमसी (West Bengal Government) ने पंचायत चुनाव कराने के नाम पर लोकतंत्र की हत्या की है, जहां वामपंथी और कांग्रेस उम्मीदवारों और उनके परिवारों को धमकी दी गई और उन पर हमला किया गया। साथ ही उन्हीने कहा कि मतपेटियां नष्ट कर दी गईं और टीएमसी के गुंडों ने मतपत्र छीन लिए। सलीम ने कहा कि राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि अगर पंचायत चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से हुए होते तो उसका हारना तय था। वही, टीएमसी के राज्य प्रवक्ता कुणाल घोष ने बताय कि सत्ता की खातिर अपनी विचारधारा को डुबोते हुए, वैचारिक रूप से अलग-अलग दो खेमों के पार्टी ने टीएमसी को "किसी भी तरह से" हराने के एकमात्र उद्देश्य से हाथ मिला लिया।