एएनएम न्यूज, ब्यूरो : ओडिशा (Odisha) के बालासोर (Baleshwar) में हुए तीन ट्रेन हादसे (Train Accident) को लेकर रविवार को टीएमसी (TMC) और बीजेपी (BJP) के बीच वाकयुद्ध (War of Word) तेज हो गया। जब टीएमसी ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के इस्तीफे की अपनी मांग दोहराई और बीजेपी ने पार्टी को याद दिलाया कि ममता बनर्जी के कार्यकाल में रेल दुर्घटनाएं हुई थीं। टीएमसी ने शनिवार को वैष्णव के इस्तीफे की मांग की थी, जिससे नाराज भाजपा के शुभेंदु अधिकारी ने अपने ट्विटर हैंडल पर पलटवार किया था " पिशी (चाची) एक ट्रेन दुर्घटना के बाद रेल मंत्री के रूप मे....." कभी कभी जब लोग काम करते है, तब उनसे मानव त्रुटि हो जाता है", जो लोग कांच के घरों में रहते हैं उन्हें पत्थर नहीं फेंकना चाहिए और यहां आप अपने कांच के घर के अंदर से पत्थर फेंक रहे हैं।
टीएमसी के राज्य (West Bengal) महासचिव कुणाल घोष ने रविवार को ट्वीट किया, बालासोर ट्रेन के ढेर से पता चलता है कि टक्कर रोधी उपकरणों को ट्रेनों में नहीं लगाया गया है और इसकी तुलना उस दुर्घटना से नहीं की जा सकती है जो रेल भवन में बनर्जी की निगरानी में हुई थी। घोष ने ट्वीट किया है बालासोर ट्रेन दुर्घटना को ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस के पटरी से उतरने की घटना के साथ नहीं जोड़ा जाना चाहिए।