रेस्क्यू का आज 13वां दिन

दिवाली के दिन से उत्तरकाशी की निर्माणाधीन सुरंग में हुए हादसे में फंसे 41 श्रमिक जल्द बाहर आ सकते हैं। रेस्क्यू का आज 13वां दिन है।

अभी पांच मीटर तक कोई बाधा नहीं...!

उत्तरकाशी बचाव अभियान पर विशेषज्ञों का कहना है कि पांच मीटर तक कोई भारी वस्तु मौजूद नहीं है।

फंसे मजदूरों से अंदर की तरफ से मलबा हटवाने की तैयारी

लोहे का अवरोध आने से ऑगर मशीन लक्ष्य से नौ मीटर पहले रुक गई। जिसके बाद अवरोधों को काटकर हटाने का काम तो शुरू हुआ लेकिन इस बात पर भी विचार शुरू हो गया कि क्यों ने फंसे मजदूरों से ही अंदर की तरफ से नौ मीटर मलबा हटवा दिया जाए।

25 मिमी की सरिया व लोहे के पाइप बने ड्रिलिंग में बाधा

इस बार भूस्खलन के मलबे में 25 मिमी की सरिया व लोहे के पाइप ड्रिलिंग में बाधा बने हैं।ऑगर मशीन के आगे आई बाधाओं को हटाने का काम शुरू किया जा रहा है। इसमें सात से आठ घंटे का समय लगता है।

मशीन के सामने आए लोहे क पाइप, रुका ड्रिलिंग का काम

सुरंग में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के लिए ड्रिलिंग कर रही अमेरिकी ऑगर मशीन के सामने फिर बाधा आ गई। आज साढ़े चार बजे मशीन से करीब 24 घंटे बाद फिर ड्रिलिंग शुरू की गई थी, लेकिन फिर ऑगर के आगे सरिया व लोहे के पाइप आ गए हैं।

दोबारा शुरू हुई ड्रिलिंग

ऑगर मशीन का बेस ठीक होन के बाद देर शाम फिर से ड्रिलिंग शुरू कर दी गई है। हालांकि ड्रिल मशीन अभी धीमी रफ्तार से चल रही है। बताया जा रहा है कि अभी भी कुछ अड़चनें आ रहीं हैं। सूत्रों के मुताबिक रात तक सफलता मिलने की उम्मीद है।

ऑगर मशीन को भारी नुकसान

सुरंग के भीतर ऑगर मशीन को भारी नुकसान पहुंचा है। मशीन का बरमा भीतर ही अटक गया है। फिलहाल वर्टिकल ड्रिल की तैयारी तेज कर दी गई है। वहीं दूसरी तरफ बताया जा रहा है कि भीतर मजदूर भी हताश हो रहे हैं।