टोनी आलम, एएनएम न्यूज: आसनसोल जामुड़िया के मामदपुर एवं धसल मौजा में कारखाने का नया यूनिट तैयार किया जा रहा है। इमारत की की नींव डालने के दौरान कंपनी की जमीन में भंडारित कोयले का पता चला। आरोप है कि कंपनी अधिकारियों के इशारों पर गुपचुप तरीके से यहां मौजूद कोयले को कंपनी के विजय नगर स्थित मुख्य यूनिट में पहुंचाया जा रहा था। जब इस घटना की सूचना स्थानीय लोगों को मिली तो स्थानीय लोगों ने कारखाने के भीतर जोरदार प्रदर्शन किया। लोगों ने आरोप लगाया की जहां यह कंपनी बनाई जा रही है उसके नीचे कोयले का अकुत भंडार है। कोयला राष्ट्रीय संपत्ति है, ऐसे में अगर जमीन के नीचे कोयला मिलता है तो उसकी सूचना ईसीएल एवं सीआईएसएफ को देना अनिवार्य है। गुपचुप तरीके से राष्ट्रीय संपत्ति का गबन करना गैरकानूनी है। स्थानीय लोगों ने कंपनी के भीतर अवैध तरीके से लदे एक कोयला डंपर को भी रोक दिया। सूचना पाकर बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों की भीड़ एकत्रित हो गयी और कुछ लोग इस कोयले को लूट कर अपने साथ ले जाने लगे।
सूचना पाकर केंदा फांडी की पुलिस पहुंची और जाँच शुरू कर दीया। यह पहला मौका नहीं है जब जमुरिया में इस तरह का कोई मामला सामने आया है। दरअसल जामुड़िया विधानसभा क्षेत्र में खाली जमीन पर धड़ल्ले से अवैध कब्जा किया जा रहा है यहां तक कि इसीएल के खाली जमीन को भी नहीं छोड़ा जाता। हिजलगोड़ा स्थित एक करखाना इसीएल की जमीन को लेकर हमेशा विवादों में रहा है। अभी हाल ही में बेलबाद में राष्ट्रीय राजमार्ग 60 के किनारे ईसीएल की ज़मीन पर अवैध रूप से कब्ज़ा करने के लिए चार दीवारी बनाई जा रही थी जिसे ग्रामीणों ने रोक दिया। वह काम अभी भी बंद है वही ईसीएल अपने जमीन की रक्षा करने में असफल रही है।