स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: मंगल ग्रह हमेशा से इंसानों को अपनी ओर आकर्षित करता रहा है। टेस्ला के CEO एलन मस्क भी इस दौड़ में हैं। लेकिन इंसान वहां कैसे रहेंगे इसके अलग-अलग तरीखे वैज्ञानिक खोज रहे हैं। इस खोज में एक कदम और आगे बढ़ाते हुए भारतीय वैज्ञानिकों ने स्पेस ब्रिक यानी अंतरिक्ष ईंट बनाने का तरीका खोजा है। स्पेस ब्रिक बनाने के लिए मंगल ग्रह की मिट्टी और अंतरिक्ष यात्रियों की यूरिन यानी मूत्र का इस्तेमाल किया जाएगा। ये तरीका बेहद सस्ता और मजबूत है। ISRO के सहयोग से इन ईंटों को बनाया है। यूरिन का मुख्य यौगिक यूरिया, बैक्टीरिया, ग्वार गम और निकल क्लोराइड को मिलाया गया। इसके जरिए एक घोल बना, जिसे सांचों में डाला गया। कुछ दिनों में बैक्टीरिया ने यूरिया को कैल्शियम कार्बोनेट के क्रिस्टल में बदल दिया।