स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: मोहिनी एकादशी के व्रत के बारे में बताया गया है कि इस व्रत को करने से व्यक्ति के मन से सभी प्रकार के सांसारिक मोह समाप्त होने लगते हैं और ईश्वर साधना में मन लगता है। पद्म पुराण में एकदशी की जो कथा मिलती है उससे भी यही तथ्य स्पष्ट होता है कि मोहिनी एकादशी मोह का हरण करने वाली एकादशी है। संसार में इस व्रत को करने से बड़ा कोई श्रेष्ठ व्रत नहीं माना गया है। इस व्रम के महात्म्य को पढ़ने या फिर सुनने से आपको एक हजार गौदान करने के बराबर फल प्राप्त होता है। मोहिनी एकादशी पर जो व्रत न भी करें उन्हें सुबह से ही पूजापाठ, प्रात:कालीन आरती और एकादशी व्रत का महात्म्य सुनना चाहिए। इसके साथ ही इस दिन भगवान विष्णु को चंदन का तिलक करें और जौ चढ़ाएं।