एएनएम न्यूज़, ब्यूरो: जिस तरह से पाकिस्तान में सिख समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है, उससे वहां सिख समुदाय के अस्तित्व को लेकर गंभीर संकट पैदा हो गया है। एक रिपोर्ट की माने तो पाकिस्तान में इस्लामी संगठन धार्मिक अल्पसंख्यकों को लक्षित निशाना बना रहा है। उनकी हत्याएं, अपहरण और जबरन धर्मांतरण ने धार्मिक अल्पसंख्यकों के लिए पाकिस्तान में रहना मुश्किल बना दिया है। पाकिस्तान में सिखों पर हमले रोजाना का मामला बन गया है। कनाडा के विश्व सिख संगठन (डब्ल्यूएसओ) ने भी पेशावर हत्याओं की कड़ी निंदा की और पाकिस्तान के सिख समुदाय की सुरक्षा के लिए गहरी चिंता व्यक्त की है। सिख संगठन ने अपने बयान में कहा है कि संगठन का मानना है कि पाकिस्तान में सिख समुदाय असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उन्हें यह भी नहीं पता कि जब वे घर से निकलते हैं तो सुरक्षित घर में वापस आ पाएंगे या नहीं। खैबर पख्तूख्वा में ज्यादातर सिख समुदाय आर्थिक रूप से बहुत कमजोर हैं। ये लोग आम तौर पर ग्रोसरी की दुकान चलाते हैं या हकीम बन जाते हैं। एशियन लाइट के मुताबिक पाकिस्तान की ओर से कोई आश्वासन नहीं मिलने के कारण ये लोग यहां से पलायन करने को मजबूर है।