स्टाफ रिपोर्टार एएनएम न्यूज़ : भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के लिए तीन रथ तैयार किये जाते हैं। जब तीनों रथ तैयार हो जाते हैं तब ‘छर पहनरा’ अनुष्ठान किया जाता है। इन तीनों रथों की पूजा करके सोने की झाड़ू से रथ और रास्ते को साफ किया जाता है। आषाढ़ शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को रथ यात्रा का आरंभ होता है। ढोल नगाड़ों के साथ ये यात्रा निकाली जाती है और भक्तगण रथ को खींचकर पुन्य लाभ अर्जित करते हैं। रथ यात्रा जगन्नाथ मंदिर से शुरू होती है और पुरी शहर से होते हुए नगर भ्रमण कर गुंडीचा मंदिर पहुंचती है। 10वे दिन रथ पुनः मंदिर की ओर प्रस्थान करते हैं। 11वे दिन मंदिर के द्वार खोले जाते हैं। इस दिन भक्तगण स्नान कर भगवान के दर्शन करते हैं।