स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज : उदयपुर में एक दर्जी के सिर काटने के वीडियो की कोलकाता में मुस्लिम समुदाय के सदस्यों ने निंदा की है। राज्य के सबसे वरिष्ठ मौलवी और एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने इस कार्य को गैर-इस्लामी करार दिया है। कई समुदाय के सदस्यों ने कहा है कि कोई भी व्यक्ति जो एक साथी इंसान के खिलाफ इस तरह की अवमानना और घृणा करता है। वह इस्लाम का प्रतिनिधित्व नहीं करता है और उसे मुस्लिम नहीं कहा जा सकता है। जहां समुदाय के कई लोगों ने इस घटना की निंदा करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया, वहीं अन्य ने संयुक्त बयान जारी कर आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग की।
राज्य के सबसे वरिष्ठ मौलवी कारी फजलुर रहमान ने कहा है कि, मैं उदयपुर में हुए जघन्य अपराध की निंदा करता हूं। एक साथी इंसान के साथ इस तरह का व्यवहार करना पूरी तरह से गैर-इस्लामिक है। धर्म दूसरों के लिए प्यार और सहानुभूति की वकालत करता है। मैं कानून के रखवालों से उन्हें अनुकरणीय सजा देने का आग्रह करूंगा, जो हर साल रेड रोड पर ईद की नमाज अदा करते हैं। एक सरकारी कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी जावेद अख्तर ने कहा है कि, "इस्लाम प्रतिशोध की वकालत नहीं करता है, इंसान का सिर काटने जैसा बर्बर कृत्य तो बिल्कुल नहीं।"