स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़ :भारतीय विज्ञान संस्थान ने मंगलवार को बताया कि उसके शोधकर्ताओं की एक टीम ने बायोमास से हाइड्रोजन का उत्पादन करने के लिए एक नवीन तकनीक विकसित की है। टीम का नेतृत्व सेंटर फॉर सस्टेनेबल टेक्नोलॉजीज के प्रोफेसर एस दासप्पा और आईआईएससी में इंटरडिसिप्लिनरी सेंटर फॉर एनर्जी रिसर्च के अध्यक्ष ने किया। यह बताते हुए कि भारत विभिन्न क्षेत्रों में लगभग पचास लाख टन हाइड्रोजन का उपयोग करता है और हाइड्रोजन बाजार में काफी वृद्धि का अनुमान लगाता है।
प्रक्रिया में दो चरण होते हैं: पहला, बायोमास को ऑक्सीजन और भाप का उपयोग करके एक नए रिएक्टर में सिनगैस - एक हाइड्रोजन युक्त ईंधन गैस मिश्रण - में परिवर्तित किया जाता है।
दूसरा, स्वदेशी रूप से विकसित कम दबाव वाली गैस पृथक्करण इकाई का उपयोग करके सिनगैस से शुद्ध हाइड्रोजन उत्पन्न होता है।