स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: देश के सबसे बड़े केंद्रीय अर्धसैनिक बल, 'सीआरपीएफ' द्वारा असम पुलिस में विश्वस्तरीय कमांडो तैयार किए जाएंगे। असम सहित उत्तर-पूर्व के कई राज्यों में उग्रवाद की समस्या के चलते असम राइफल और केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है। चूंकि 'सीआरपीएफ' यहां बड़े पैमाने पर तैनात है और उसे जंगल वारफेयर में खासी महारत हासिल है, इसलिए असम पुलिस की कमांडो बटालियन को ट्रेनिंग देने के लिए इस केंद्रीय बल से आग्रह किया गया था। सूत्रों का कहना है कि आने वाले समय में उत्तर-पूर्व के कई दूसरे राज्यों में भी ऐसी ही बटालियन खड़ी की जा सकती हैं। इसका मकसद, उत्तर-पूर्व के राज्यों में सेना व अर्धसैनिक बलों की तैनाती कम करना है। स्थानीय युवाओं को कमांडो की ट्रेनिंग देकर उन्हें उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में उतारा जाए। असम पुलिस की नई सृजित 'कमांडो बटालियन' में 2400 सिपाही भर्ती किए गए हैं। इनमें 2220 पुरुष सिपाही व 180 महिला सिपाही शामिल हैं। इन सभी को 43 सप्ताह की ट्रेनिंग दी जाएगी।