एएनएम न्यूज, ब्यूरो : लंदन और रियो ओलंपिक में पांच और 10 हजार मीटर के चार स्वर्ण पदक जीतने वाले दिग्गज एथलीट सर मोहम्मद फराह के सनसनीखेज खुलासे के बाद से लंदन पुलिस ने उस महिला की तलाश शुरू कर दी है, जिसने उनसे बाल मजदूर के तौर पर काम कराया है। सूत्रों के मुताबिक मो फराह ने खुद खुलासा किया था कि उन्हें जिबूती से आठ साल की उम्र में मोहम्मद फराह के नाम से तस्करी कर इंग्लैंड लाया गया था। उनका असली नाम हुसैन आब्दी काहिन है। फर्जी कागजातों के जरिए उन्हें इंग्लैंड लाया गया और उनकी फोटो पर मोहम्मद फराह नाम लिखा हुआ था। इसी नाम पर उन्होंने लंदन और रियो ओलंपिक में चार स्वर्ण के अलावा विश्व चैंपियनशिप में छह स्वर्ण पदक जीते। इस प्रदर्शन के आधार पर उन्हें यानि मोहम्मद फराह को रानी एलिजाबेथ की ओर से उन्हें सर की उपाधि से सम्मानित किया गया।
विशेषज्ञ अधिकारियों की निगरानी में शुरू हुई जांच मो फराह ने खुलासा किया था कि उन्हें एक महिला जिसे वह जानते नहीं थे आठ साल की उम्र में इंग्लैंड लाई थी। वह उससे घर में अपने बच्चों के काम कराती थी और 12 साल की उम्र तक उन्हें स्कूल तक नहीं भेजा गया। उन्हें फर्जी कागजातों के जरिए इंग्लैंड लाया गया। इस मामले में विशेषज्ञ अधिकारियों की टीम की निगरानी में एक जांच शुरु कराई गई है। यह टीम इस मामले में उपलब्ध सूचनाओं को जुटा रही है।