स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: शरद पवार ने आज शुक्रवार को संसद भवन परिसर में प्रदर्शन और धरने पर रोक लगाने के फैसले की निंदा करते हुए इसे निर्वाचित प्रतिनिधियों के लोकतांत्रिक अधिकारों पर हमला बताया। राज्यसभा सचिवालय ने एक सर्कुलर में कहा है कि संसद भवन के परिसर में प्रदर्शन, धरना या धार्मिक समारोह नहीं किए जा सकते। इस कदम ने विपक्ष को नाराज कर दिया है, लेकिन अधिकारियों ने इस तरह के नोटिस जारी करने को संसद सत्र से पहले 'नियमित' मामला करार दिया है।