स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज : अयोध्या के मंदिर मस्जिद विवाद में एक बार फिर नया मोड़ लिया है। बाबरी विध्वंस केस में सीबीआई की विशेष अदालत ने आरोपियों को बरी कर दिया था और बाबरी मस्जिद का ढांचा गिराए जाने के आरोपियों की रिहाई पर सवाल खड़े किए गए हैं। इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में एक पुनर्विचार याचिका दाखिल की गई है।हालांकि 2021 में ही याचिका दाखिल की गई थी लेकिन इसकी चर्चा अब हो रही है। सूत्रो के मुताबिक हाईप्रोफाइल मामले में बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, उमा भारती, विनय कटियार, साध्वी ऋतंभरा समेत कई बड़े नाम हैं। आज पुनर्विचार याचिका की वैधानिकता पर सुनवाई होनी है। अगर पुनर्विचार याचिका स्वीकार कर ली जाती है तो एक बार फिर बाबरी विध्वंस केस सुर्खियों में आ जाएगा और सरकार समेत जीवित आरोपियों को नोटिस जारी कर दी जाएगी साथ ही अदालत में बाकायदा फिर सुनवाई भी होगी। लेकिन याचिका के स्वीकार नहीं होने पर खारिज कर दी जाएगी और वैधानिक अस्तित्व भी समाप्त हो जाएगा।