मां-बाप नहीं किडनैपर्स, 17 साल बाद पता चली सच्चाई

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मां-बाप नहीं किडनैपर्स, 17 साल बाद पता चली सच्चाई

एएनएम न्यूज़, स्टाफ रिपोर्टर : दुनिया में हर तरह के लोग होते हैं। कुछ लोग ईमानदार होते हैं तो कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जिन्हें क्राइम करने में ज़रा भी संकोच नहीं लगता। चाहे वो छोटी-मोटी चोरी हो या फिर किसी का अपहरण कर लेना, ऐसे लोगों को कुछ गलत नहीं लगता। ऐसा ही हुआ ऑस्ट्रेलिया में। एक महिला ने जन्म के तुरंत बाद ही छोटी सी बच्ची का अपहरण कर लिया और उसे 17 सालों तक ये पता नहीं चला कि वे उसके मां-बाप नहीं किडनैपर्स हैं। 25 साल की माइक ज़ेफैनी का अपहरण केपटाउन में उनके जन्म के तुरंत बाद ही हो गया था और वे अपनी ज़िंदगी के 17 साल तक किडनैपर्स को ही अपना माता-पिता समझती रहीं।

अपने बायलॉजिकल माता-पिता के बारे में कुछ नहीं जानती थीं। माइक का अपहरण करने वाली लावोना सोलोमन उसी वक्त एक मिसकैरेज से गुजरी थी। लेकिन उसने अपनी प्रेगनेंसी का नाटक जारी रखा। खुद नर्स के भेष में जाकर 3 दिन की बच्ची को चुरा लाये। लावोना और उसके पति माइकल ने बच्ची को पाला-पोसा और उसे कभी भी अपहरण के बारे में नहीं बताया। माइक के ब्वॉयफ्रेंड जस्टिन शेल्डन ने ये बात मिरर से बात करते हुए बताई. माइक को अपने माता-पिता से मिलने का मौका तब मिला, जब उसी के स्कूल की एक लड़की की शक्ल हूबहू माइक से मिलती थी। बाद में पता चला कि वो उसकी छोटी बहन कैसिडी थी। इसके बाद एक डीएनए टेस्ट से माइक को अपने माता-पिता मिल गए। फिलहाल माइक के दोनों पिता माइकल और मॉर्ने उसकी शादी में उसके साथ होंगे।