एएनएम न्यूज़, ब्यूरो: तृणमूल कांग्रेस की लोकसभा सदस्य महुआ मोइत्रा द्वारा देवी काली को शराब और मांस से जोड़ने की हालिया टिप्पणी के खिलाफ कलकत्ता उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर की गई। याचिकाकर्ता के वकील तन्मय बसु ने तर्क दिया कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मोइत्रा, जो लोकसभा सदस्य हैं, इस तरह की विवादास्पद टिप्पणी करने के बाद भी दूर हो गईं, जिससे लाखों देवी काली उपासकों की भावनाओं को ठेस पहुंची थी। उन्होंने तर्क दिया, "यह और भी दुर्भाग्यपूर्ण है कि राज्य प्रशासन ने इस तरह की अपमानजनक टिप्पणियों के बावजूद उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।"
सूत्रों के मुताबिक याचिकाकर्ता ने बताया है कि जब पश्चिम बंगाल में पुलिस प्रशासन निलंबित भाजपा नेता नूपुर शर्मा के खिलाफ पैगंबर की विवादास्पद टिप्पणियों को लेकर सक्रिय हो गया, तो वही पुलिस प्रशासन मोइत्रा के बारे में चुप रहा, जबकि उनके खिलाफ देवी के बारे में उनकी विवादास्पद टिप्पणियों के लिए प्राथमिकी दर्ज की गई थी।