एएनएम न्यूज़, ब्यूरो: मानो पश्चिम बंगाल में बनारस बस गया हो, सोमवार को शायद बराकर वासियो कुछ ऐसा ही प्रतीत हुआ होगा जब बराकर में माँ गंगा की आरती बनारस के तर्ज पर की गई। हमारे देश में गंगा नदी का पानी के साथ-साथ गंगा आरती की मान्यता धार्मिक तौर पर बहुत है। वैसे तो गंगा आरती अनेक जगाहों पर होती हैं लेकिन काशी की गंगा आरती खास होती है। यही वजह है कि देश के कोने-कोने और विदेशी लोग भी गंगा आरती करने और देखने आते हैं। सावन के तीसरे सोमवार को आसनसोल के बराकर में पहली बार गंगा आरती का ऐसा ही भव्य नजारा देखने को मिला। इस दिन बराकर के घोड़ा मंदिर में गंगा आरती का आयोजन किया गया। शंखनाद, घंटी, डमरू की आवाज और भजन कीर्तन के बीच हजारों श्रद्धालु मंत्र मुग्ध हो गए।
इस दौरान महाआरती के लिए बनारस के प्रसिद्ध आचार्य विजय कुमार बाल्मीकि जी और उनके पूरे मंडली को बुलाया गया था। इस मौके पर बराकर नदी पर माहौल एकदम भक्तिमय हो गया और हजारों लोग इस मौके के साक्षी भी बने।