अंतरिक्ष के कचरे से मौत होने की आंशका

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Harmeet
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अंतरिक्ष के कचरे से मौत होने की आंशका

स्टाफ रिपोर्टर, एनएम न्यूज़ : अंतरिक्ष के कचरे से लोगों को आने वाले समय में नुकसान पहुंच सकता है। हर मिनट अंतरिक्ष से धरती पर कचरा गिरता ही रहता है लेकिन वो इतना छोटा होता है कि हमारी आखें उन्हें देख नहीं पाती हैं। लगभग हर साल 40 हजार टन धूल धरती पर अंतरिक्ष से आ गिरती है। कई बार ऐसा भी हुआ है कि अंतरिक्ष से कचरा गिरने की वजह से इमारतें गिरी हैं लेकिन अभी तक अंतरिक्ष से धरती पर कचरा गिरने से किसी की भी मौत भी हो सकती है।

वैज्ञानिकों की माने तो स्पेस में ह्यूमन मेड कचरें की मात्रा बढ़ती जा रही है। क्योंकि पिछले कुछ सालों में बहुत सारे नये रॉकेट्स को अंतरिक्ष में भेजा गया है। पिछले 30 साल में स्पेस में सैटेलाइट्स की तादाद काफी बढ़ गई है। यही सैटेलाइट्स बेकार होकर धरती पर गिर रही हैं। जकार्ता, ढाका, लागोस, न्यूयॉर्क, बीजिंग और मॉस्को में ऐसी घटनाएं होने का ज्यादा खतरा है। आने वाले दस साल में स्पेस से गिरने वाले रॉकेट से 10 प्रतिशत लोगों की मौत होने की आंशका है।