ये एक सामान्य उल्कापिंड नहीं है

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ये एक सामान्य उल्कापिंड नहीं है

स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: क्या एलियंस होते हैं या नहीं ? अमेरिका के सबसे प्रमुख खगोल विज्ञान के प्रोफेसरों में से एक के मुताबिक पृथ्वी पर एलियन टेक्नोलॉजी हो सकती है। 2014 में प्रशांत महासागर में क्रैश होने वाला उल्का पिंड वास्तव में एक एलियन टेक्नोलॉजी हो सकती है। उनका मानना है कि सच्चाई का पता लगाने के लिए उस चीज को निकालना होगा, जिसमें करोड़ों डॉलर खर्च होंगे। ये पहली बार होगा जब इंसान किसी अन्य तारे से आने वाली वस्तु पर हाथ रखेंगे।अब डेटा इस बात की पुष्टि करते हैं कि प्रशांतम हासागर में गिरने वाला उल्कापिंड सौर मंडल के बाहर का है। लोएब कहते हैं कि, 'हाल ही में मुझे एक सरकारी कैटलॉग मिला, जिसमें उल्कापिंडों का संकलन किया गया है। सरकारी सेंसर, विशेषकर हमारी मिसाइल डिफेंस चेतावनी प्रणाली ने इनका पता लगाया था। मैंने अपने एक छात्र को ये जांचने को कहा कि क्या कोई उल्कापिंड सौर मंडल के बाहर से पृथ्वी पर आ सकता है?'

उल्कापिंड का ज्यादातर हिस्सा लोहा होता है। लोएब कहते हैं कि ये एक सामान्य उल्कापिंड नहीं है , ये एक बाहरी चीज है। इसकी स्पीड सूर्य के आसपास चारों ओर घूमने वाले सितारों से भी लगभग दोगुनी थी। उल्कापिंड हमारे सौर मंडल के बाहर से आया है। लोएब इसी कारण कह रहे हैं कि संभवतः ये एलियन टेक्नोलॉजी हो सकती है। लोएब इस उल्कापिंड को समुद्र से बाहर निकालने की योजना बना रहे हैं।