टोनी आलम, एएनएम न्यूज: ईसीएल के सतग्राम क्षेत्र के निमचा कोलियरी के तिराट मौजा स्थित हाईवॉल माइनिंग में लगभग 50 अस्थायी श्रमिकों की बर्खास्तगी और आसपास के क्षेत्रों में तीव्र कोयला खदान विस्फोट के खिलाफ कर्मीयों तथा आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले सदस्यों सहित बड़ी संख्या में बेरोजगारों के परिवार के लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। इस दिन, उन्होंने कोयला उत्पादन और परिवहन बंद कर दिया और विरोध करना शुरू कर दिया। उनकी मांग है कि यहां पहले से काम कर रहे सभी अस्थायी श्रमिकों को बहाल किया जाए। उनकी यह भी मांग थी कि निजी कोयला खनन कंपनियां बाहरी श्रमिकों को उन श्रमिकों की जगह ले रही हैं, जो कभी स्वीकार्य नहीं है। इसका विरोध करते हुए उन्होंने कोयले का उत्पादन रोककर अपना ऐतराज जताना शुरू कर दिया। बाद में ईसीएल के अधिकारी मौके पर पहुंचे और आश्वासन दिया कि सभी मुद्दों की जांच कर कार्रवाई की जाएगी, लेकिन स्थिति सामान्य नहीं हुई और प्रदर्शनकारियों ने अपना विरोध जारी रखा। इस विरोध के कारण उस कोलियरी का उत्पादन बंद हो गया। इस संदर्भ में स्थानीय निवासी जयदीप पाल ने कहा की पहले माइनिंग प्रबंधन द्वारा कहा गया था कि स्थानीय युवाओं को ही रोजगार दिया जाएगा, लेकिन देखा जा रहा है कि बाहर से लाकर लोगों को नौकरी पर रखा जा रहा है। स्थानीय युवाओं को नजरअंदाज किया जा रहा है। दूसरी तरफ यहां जो ब्लास्टिंग किया जाता है उससे इनके घरों को काफी नुकसान पहुंचता है। इसे लेकर भी कई बार प्रबंधन से गुहार लगाई गई है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है। यही वजह है कि आज उन्होंने विरोध प्रदर्शन किया और सारा कामकाज ठप करवा दिया। स्थानीय एक महिला का भी कहना है कि अगर स्थानीय युवाओं की जगह बाहरी लोगों को यह काम दिया जाएगा तो कोई भी माइंस चलने नहीं दिया जाएगा।