स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: चंद्र दर्शन का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व है। धर्म ग्रंथों के अनुसार चंद्र दर्शन को ज्ञान का प्रतीक माना जाता है और अमावस्या के बाद चंद्र दर्शन का विशेष महत्व है। चंद्र दर्शन के दौरान चंद्र देव की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। मान्यता है के अमावस्या के ठीक बाद चंद्रमा को देखना अत्यंत शुभ माना जाता है। जो जातक अमावस्या तिथि पर पूरे दिन व्रत रखता है वह अगले दिन चंद्र दर्शन की रात चंद्रमा को देखकर ही भोजन करते हैं। चंद्र दर्शन को पवित्रता, खुशी और ज्ञान का प्रतीक माना जाता है। ज्योतिष के जानकारों के अनुसार, कुंडली में चंद्र को मन का कारक माना गया है। बताया जाता है कि जिन जातकों का चंद्रमा सकारात्मक या उचित स्थान पर होता है, उनका जीवन हमेशा सफल रहता है।