एएनएम न्यूज़, ब्यूरो: 5 सितंबर, 1888 में डॉ. राधाकृष्णन का जन्म हुआ था। वे विद्वान, दार्शनिक और भारत रत्न से सम्मानित भी थे। उन्होंने हमेशा ही शिक्षकों के सम्मान पर जोर दिया। उनका कहना था कि समाज को सही दिशा देने का काम शिक्षक ही कर सकता है। लेकिन उस शिक्षक की अनदेखी ठीक नहीं। इसलिए उनका भी एक दिन होना चाहिए, जब उनका सम्मान, आदर हो और समाज में उनके योगदार को याद किया जाए। इसी उद्देश्य के साथ इस दिन को मनाया जाता है।