स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: संतान सप्तमी व्रत भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को रखते हैं। संतान सप्तमी व्रत संतान और उसकी मंगलकामना के लिए रखा जाता है। संतान प्राप्ति की कामना रखने वालों के लिए भी यह व्रत लाभकारी माना गया है। इस व्रत में भगवान शंकर व माता पार्वती की विधिवत पूजा की जाती है।
संतान सप्तमी 2022 शुभ मुहू्र्त- संतान सप्तमी के दिन अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 55 मिनट से दोपहर 12 बजकर 46 मिनट तक रहेगा। सुबह के समय पूजन का मुहूर्त सुबह 07 बजकर 35 मिनट से सुबह 09 बजकर 10 मिनट तक रहेगा। इसके अलावा दोपहर में 01 बजकर 55 मिनट से शाम 05 बजकर 05 मिनट तक संतान सप्तमी का पूजन किया जा सकता है।
संतान सप्तमी महत्व- संतान सप्तमी व्रत संतान के सुख, समृद्धि और खुशहाली के लिए किया जाता है। इसके साथ ही संतान सुख की प्राप्ति के लिए भी इस व्रत को रखा जाता है। मान्यता है कि इस दिन कथा पढ़ने या सुनने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।