जानिए मां कालरात्रि की स्वरूप के बारे में

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Harmeet
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जानिए मां कालरात्रि की स्वरूप के बारे में

स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़ : तीन नेत्रों वाली कालरात्रि देवी मां दुर्गा की सातवीं स्वरूप हैं। बताया जाता है जो भी भक्त नवरात्रि के सांतवें दिन विधि-विधान से मां कालरात्रि की पूजा करता है, उसके सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। मां कालरात्रि की पूजा से भय और रोगों का नाश होता है। साथ ही भूत प्रेत, अकाल मृत्यु ,रोग, शोक आदि सभी प्रकार की परेशानियों से छुटकारा मिलता है। बताया जाता है कि शुम्भ, निशुम्भ और रक्तबीज को मारने के लिए मां दुर्गा को कालरात्रि का रूप लेना पड़ा था। देवी कालरात्रि का शरीर अंधकार की तरह काला है। इनके श्वास से आग निकलती है। मां के बाल बड़े और बिखरे हुए हैं। गले में पड़ी माला बिजली की तरह चमकती रहती है। मां के तीन नेत्र ब्रह्मांड की तरह विशाल व गोल हैं। मां के चार हाथ हैं, एक हाथ में खडग अर्थात तलवार, दूसरे में लौह अस्त्र, तीसरे हाथ में अभय मुद्रा है और चौथा वरमुद्रा है।