स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: नवरात्रि में नौ दिन तक जगत जननी जगदंबा की विशेष आराधना होती है, जिसमें महा अष्टमी और महानवमी का विशेष महत्व होता है। महानवमी के साथ ही नवरात्रि का समापन होता है। इसी दिन कन्या पूजन भी कराया जाता है। मान्यता है कि नवमी के दिन मां सिद्धिदात्री की विशेष उपासना कर कई सिद्धियां प्राप्त की जा सकती है। आइये जानते हैं मां सिद्धिदात्री की पूजा और शक्तिशाली मंत्र जाप की विधि।
मां सिद्धिदात्री की पूजा विधि ज्योतिषियों के अनुसार, जिस तरह भगवान शिव ने मां सिद्धिदात्री की तपस्या करके आठ सिद्धियां प्राप्ती की थी, उसी तरह माता की विधि विधान से पूजा और मंत्रों के उच्चारण से अष्ट सिद्धि और बुद्धि की प्राप्ति हो सकती है। मां सिद्धिदात्री की पूजा के लिए सर्वप्रथम सुबह जल्दी उठकर स्नान करें। अच्छे वस्त्र धारण करके मां की पूजा का स्थल तैयार करें। चौकी पर मां सिद्धिदात्री की प्रतिमा स्थापित करें और ध्यान करें। मां सिद्धिदात्री को प्रसाद का भोग लगाएं। माता को फल, फूल आदि अर्पित करें। ज्योति जलाकर सिद्धिदात्री मां की आरती करें। अंत में मां सिद्धिदात्री का आशीर्वाद लेते हुए पूजा समाप्त करें।