जाने शरद पूर्णिमा की शुभ मुहूर्त और महत्व

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जाने शरद पूर्णिमा की शुभ मुहूर्त और महत्व

स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: हिंदू पंचाग के अनुसार आश्विन मास की पूर्णिमा के दिन शरद पूर्णिमा का पर्व मनाया जाता है। इस साल शरद पूर्णिमा रविवार को मनाई जा रही है। शरद पूर्णिमा को कोजागरी पूर्णिमा या रास पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। यह महत्वपूर्ण तिथि है। ज्योतिषियों के अनुसार पूरे साल में से सिर्फ शरद पूर्णिमा के दिन ही चंद्रमा 16 कलाओं से परिपूर्ण होता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार इस दिन आसमान से अमृत वर्षा होती है।​

शुभ मुहूर्त: महावीर पंचांग के अनुसार इस साल शरद पूर्णिमा तिथि शनिवार रात 3:31 बजे से शुरू होकर रविवार रात 2 बजकर 24 मिनट पर समाप्त होगा। यह पूर्णिमा तिथि धनदायक पूर्णिमा मानी जाती है। शरद पूर्णिमा का दिन मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए सबसे खास माना जाता है। इसके साथ ही इस दिन चंद्र पूजा भी की जाती है।

शरद पूर्णिमा का महत्व: पौराणिक मान्यताओं अनुसार शरद पूर्णिमा के दिन ही मां लक्ष्मी की उत्पत्ति समुद्र मंथन से हुई थी। इस दिन मां लक्ष्मी पृथ्वी पर विचरण करती हैं। अपने भक्तों पर धन की देवी कृपा बरसाती हैं। शरद पूर्णिमा की रात को चंद्रमा की चांदनी से पूरी धरती सराबोर रहती है और अमृत की बरसात होती है। इन्हीं मान्यताओं के आधार पर ऐसी परंपरा बनाई गई है कि रात को चंद्रमा की चांदनी में खीर रखने से उसमें अमृत समा जाता है।