स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: शास्त्र के अनुसार यह समय बेहद ही खास रहने वाला है क्योंकि इस अवसर पर 6 तत्वों का एक साथ मिलना बहुत ही दुर्लभ होता है, इन 6 तत्वों की अगर बात करें तो यह भाद्र कृष्ण पक्ष, अर्धरात्रि कालीन अष्टमी तिथि, रोहिणी नक्षत्र, वृष राशि में चंद्रमा, इनके साथ सोमवार या बुधवार का होना। इस तरह से भी सारे तत्व 30 अगसत को मौजूद रहेंगे। सोमवार के दिन अष्टमी होने की वजह से सुबह से ही अष्टमी तिथि व्याप्त रहने वाली है, रात में 12ः14 बजे तक अष्टमी तिथि व्याप्त रहेगी। इस रात को नवमी तिथि भी लग रही है। चंद्रमा की स्थिति पर अगर नजर डालें तो यह वृष राशि में मौजूद है। इन सभी संयोग की वजह से इस बार की अष्टमी बहुत ही खास रहने वाली है।