स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: कोरोना के बाद से लोगों में स्ट्रोक का खतरा बढ़ गया है। हाल ही में आई एक रिसर्च में भी बताया गया कि कोरोना की वैक्सीन लेने के बाद लोगों में ब्लड क्लोट बनने की समस्या पैदा हुई है। ऐसे में ब्रेन स्ट्रोक के अलावा पल्मोनरी थ्रम्बोसिस के मरीज सामने आ रहे हैं। हालांकि विशेषज्ञों की मानें तो कुछ ऐसी बेहद सामान्य चीजें भी हैं जिनका रोजाना के जीवन में ध्यान न रखा जाए तो भी ये बीमारी अपना शिकार बना सकती है।
एक्सपर्ट के मुताबिक, अत्यधिक धूम्रपान, शराब का सेवन एवं खराब जीवन-शैली स्ट्रोक के कारण होते हैं। यही वजह है कि पिछले कुछ सालों में युवा भी स्ट्रोक के शिकार हो रहे हैं। विश्व में एक साल में लगभग 1.45 करोड़ लोग स्ट्रोक से ग्रसित होते हैं। 90 प्रतिशत स्ट्रोक के मामलों में बचाव संभव है। वहीं पिछले साल लगभग 80 फीसदी लोग स्ट्रोक की शिकायत ले कर फेलिक्स अस्पताल आये। उन 80 प्रतिशत लोगों को बचा लिया गया क्योंकि वे समय पर अस्पताल पहुंचे थे।