जाने चमगादड़ों की आबादी में कमी इंसानों के लिए क्यों है चिंता का विषय ?

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जाने चमगादड़ों की आबादी में कमी इंसानों के लिए क्यों है चिंता का विषय ?

स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: आने वाले कुछ महीनों में शाम के समय आसमान में केवल कुछ चमगादड़ ही घूमते दिखेंगे। सालभर में यही वह समय होता है जब चमगादड़ों की कुछ प्रजातियां नजरों से ओझल हो जाती हैं। सर्दी के मौसम में वे चट्टानों की संकरी दरारों या गुफाओं में आराम करते हैं। अच्छी बात यह है कि चमगादड़ों का इस तरह गायब होना कुछ समय के लिए होता है। चमगादड़ स्वस्थ पारिस्थितिकी तंत्र के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। वे पर्यावरण में पोषक तत्वों के प्रसार और पौधों के परागण में मददगार साबित होते हैं। वे कीटों को भी खाते हैं, जिससे खेती में कीटनाशकों की आवश्यकता कम हो जाती है। चमगादड़ हमारे पारिस्थितिक तंत्र को बहुत अधिक फायदा पहुंचाते हैं। मौसमी तौर पर चमगादड़ों के गायब होने से ज्यादा चिंताजनक बात यह है कि दशकों से उत्तरी अमेरिका में चमगादड़ों की आबादी में गिरावट देखी जा रही है। जंगलों की कटाई से उनका आश्रय स्थल घटना, शहरीकरण और कृषि भूमि के विस्तार से चमगादड़ों के लिए उपयुक्त जगह की कमी होती जा रही है। साथ ही फसलों पर कीटनाशकों के छिड़काव के कारण बड़ी संख्या में चमगादड़ों की मौत भी हो जाती है। ​