नियामतपुर में मेगा विधिक जागरूकता शिविर का हुआ आयोजन (वीडियो)

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नियामतपुर में मेगा विधिक जागरूकता शिविर का हुआ आयोजन (वीडियो)

एएनएम न्यूज़, ब्यूरो: राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली के तत्वावधान में और पश्चिम बंगाल राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार 31 अक्टूबर से 13 नवम्बर तक कानूनी जागरूकता और आउटरीच के माध्यम से नागरिकों का सशक्तिकरण अभियान चलाया जा रहा है। जिसके अंतर्गत जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण पश्चिम बर्धमान के मार्गदर्शन में नालसा मॉड्यूल मेगा कानूनी जागरूकता शिविर का आयोजन नियामतपुर नूर नगर में आज आयोजित किया गया। उक्त मेगा शिविर का विषय "श्रम" था। शिविर को संबोधित करते हुए कुल्टी थाना के अधिकारी श्री परिमल बिस्वास ने कहा कि विधिक जागरूकता का मुख्य उद्देश्य नागरिकों को कानून से संबंधित बातों से परिचित कराकर उनका सशक्तिकरण करना है। वही कानूनी जागरूकता शिविर का संचालन करते हुए अधिवक्ता पवन यादव ने कहा कि विधिक सेवा कार्यक्रम के अंतर्गत न केवल कमजोर व्यक्तियों को विधिक सेवा उपलब्ध कराया जाना शामिल है, बल्कि सुदूर एवं ग्रामीण अंचलों में कैम्प लगाकर आम जनता को विभिन्न विधिक प्रावधानों से अवगत कराते हुए उन्हें विधिक रूप से साक्षर बनाना भी विधिक सेवा कार्यक्रम का एक अभिन्न अंग है, जिसे विधिक साक्षरता कार्यक्रम के रूप में जाना जाता है। उन्होने कहा कि विधिक अज्ञानता के कारण लोग अपने अधिकारों से वंचित हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि यदि कोई गरीब व्यक्ति धनाभाव के चलते अपने मुकदमे की पैरवी नहीं कर पा रहा है या उसे वकील नियुक्त करने में परेशानी आ रही है तो वह जिला विधिक सेवा प्राधिकरण में आवेदन कर सकता है, कुछ औपचारिकताओं को पूर्ण करने के बाद उसे प्राधिकरण की ओर से वकील मुहैया कराया जाता है।





कुल्टी थाना कि महिला अधिकारी स्वर्णाली पॉल ने कहा कि नागरिकों को अपने अधिकारों को प्राप्त करने के लिए विधिक रूप से जागरूक होना जरूरी है और उन्होंने शिविर में भाग लेने आयी महिलाओ का हौसला अफ़ज़ाई करते हुए उनको अन्याय के खलाफ मज़बूती से खड़े होने को कहा। नियामतपुर रौशन एजुकेशन एंड सोशल वेलफेयर सोसाइटी कि करताधर्ता सुल्ताना बेगम ने कहा कि ऐसे शिविर के आयोजन से लड़कियों और खास कर के महिलाओ का हौसला बढ़ता है। उन्होंने कहा कि बच्चा जब पैदा होता है, तभी कानूनी प्रक्रिया से जुड़ जाता है। इसलिए सभी को अपने अधिकारों के प्रति सजग रहने की जरूरत है। उन्होंने संविधान में समान विधिक सेवा सभी नागरिकों को उपलब्ध कराने उल्लेखित अनुच्छेदों का जिक्र किया।




इस आयोजन में निशानेबाज़ी में स्वर्ण पदक विजेता श्रेया भादुड़ी, स्नेहा सिंह और शालिनी बिस्वास ने अपनी कामयाबी की श्रेय अपने मार्गदर्शक जगन्नाथ मंडल को देते हुए शिविर में मौजूद महिलाओ से अपनी सफलता की कहानी साझा की। 




शिविर को सफल बनाने में पीेएलवी सुरजीत मजी, मोहम्मद इम्तियाज़, लक्ष्मी विश्वकर्मा, याशमीन चौधरी, दीबा तस्लीम ने महत्पूर्ण भूमिका निभाई।