स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: आज 03 दिसंबर दिन शनिवार को मोक्षदा एकादशी व्रत है. आज गीता जयंती भी है। आज व्रत रखने और भगवान विष्णु की पूजा करने से सभी पाप मिट जाते हैं और व्यक्ति को मोक्ष प्राप्त होता है। आइये जानते हैं मोक्षदा एकादशी का मुहूर्त, मंत्र, व्रत और पूजा विधि।
मुहूर्त-
मार्गशीर्ष शुक्ल एकादशी तिथि का प्रारंभ: आज, सुबह 05 बजकर 39 मिनट से
मार्गशीर्ष शुक्ल एकादशी तिथि का समापन: कल, सुबह 05 बजकर 34 मिनट पर
मोक्षदा एकादशी पूजा मुहूर्त: आज, सुबह 09 बजकर 28 मिनट से दोपहर 01 बजकर 27 मिनट तक
आज का शुभ समय: सुबह 11 बजकर 50 मिनट से दोपहर 12 बजकर 32 मिनट तक
मोक्षदा एकादशी पारण समय: कल, दोपहर 01 बजकर 14 मिनट से दोपहर 03 बजकर 19 मिनट तक
पूजा विधि-
1. आज सुबह स्नान के बाद साफ वस्त्र पहनें और सूर्य देव को अर्घ्य दें। उसके बाद हाथ में जल लेकर मोक्षदा एकादशी व्रत और पूजा का संकल्प करें।
2. फिर शुभ समय में एक चौकी पर भगवान विष्णु को स्थापित करें। उनको पंचामृत से स्नान कराएं। फिर वस्त्र अर्पित करें।
3. इसके बाद चंदन, पीले फूल, अक्षत्, माला, धूप, दीप, नैवेद्य, फल, मिठाई, पान का पत्ता, सुपारी, तुलसी के पत्ते आदि चढ़ाएं और इस दौरान उनके मंत्र का उच्चारण करते रहें।
4. अब आप श्रीविष्णु चालीसा और मोक्षदा एकादशी व्रत कथा का पाठ करे। उसके बाद घी के दीपक से भगवान विष्णु की आरती करे। फिर क्षमा प्रार्थना करें।
5. दिनभर फलाहार पर रहें. रात्रि के समय में जागरण करें। फिर अगले दिन स्नान आदि के बाद पूजन करें। ब्राह्मण को दान और दक्षिणा देकर विदा करें।
6. इसके पश्चात पारण के समय में आप भोजन करके व्रत को पूरा करें।