स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: कोरोना महामारी के कारण जिन छात्रों ने अपने माता-पिता या दोनों में से किसी एक को खो दिया है उन्हें राजस्थान के सरकारी कॉलेजों में स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश दिया जाएगा भले ही उन्होंने अपने संबंधित वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बोर्डों द्वारा निर्धारित न्यूनतम उत्तीर्ण अंक प्राप्त किए हों। राजस्थान में कॉलेज शिक्षा विभाग द्वारा जारी नई कॉलेज प्रवेश नीति में कहा गया है कि ट्रांसजेंडर समुदाय के आवेदकों , शहीदों के बच्चों ,सेवानिवृत्त या सेवारत सैन्य कर्मियों के परिवार के सदस्यों के लिए उपलब्ध मौजूदा 3% आरक्षण के अलावा न्यूनतम अंकों पर कॉलेजों में प्रवेश दिया जाएगा और महामारी से पीड़ित छात्रों को अतिरिक्त सीटों पर न्यूनतम उत्तीर्ण अंकों पर प्रवेश दिया जाएगा। खिलाड़ियों को प्रवेश के लिए उपलब्ध छूट में कोई बदलाब नहीं किया है। आदिवासी उपयोजना क्षेत्रों में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए विद्यार्थियों को 25 प्रतिशत अतिरिक्त सीटों पर प्रवेश कराई जाएंगी।