स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: अक्सर पेरेंट्स बच्चों को हिदायत देते हैं कि झूठ नहीं बोलना चाहिए, लेकिन अब स्थितियां बदल रही हैं। हाल ही में हुई स्टडी में सामने आया कि पेरेंट्स बच्चों से वह सुनना पसंद करते हैं जो वे चाहते हैं। कई बार सच बोलने पर पेरेंट्स सख्ती से पेश आते हैं। इस स्थिति में अपने पेरेंट्स को देखकर बच्चे झूठ को घुमा-फिरा कर बोलना सीख जाते हैं, ताकि उनके पेरेंट्स को अच्छा लगे।
इस तरह के झूठ को घुमा-फिराकर बोलने पर उन्हें रिवाॅर्ड मिलता है। उदाहरण के तौर कोई व्यक्ति पूछता है कि तुम्हारे पेरेंट्स कहां है। इस पर सत्यवादी बच्चा जवाब देगा कि पोर्च के नीचे हैं, लेकिन झूठ बोलने और घुमा फिराकर कहने वाला बच्चा बोलेगा वे लाइब्रेरी तक गए हैं।